मूल अंजार कच्छ के और नंदूरबार (महाराष्ट्र) में शहीद हुए
16 वर्षीय शिरीषकुमार मेहता और उनके चार साथीदारोंपर
आधारित एकांकिका
आजादी की जंग
लेखन और दिग्दर्शन
देवेंद्र कांदोळकर
गुजरात राज्य बालनाट्य प्रतियोगिता में
6 पुरस्कारों से सन्मानित
नाटकः प्रथम
लेखनः प्रथम
दिग्दर्शनः प्रथम
अभिनय (पुरुष) प्रथम
अभिनय (स्त्री) प्रथम
अभिनय (स्त्री) तृतीय
गोवा के मूल रहिवासी शिक्षक देवेंद्र कांदोळकर
गुजरात के कच्छ में समंदर के किनारे पे चला रहे
अभिवन सागरशाला के
विद्यार्थियों की अप्रतिम प्रस्तुती
युसूफ मेहर अली सेंटर, भद्रेश्वर, गुजरात
और
कला और संस्कृति संचालनालय, गोवा सरकार
ध्वनि संकलनः करीम ककल
वेषभुषा और रंगभुषाः फाल्गुनी परमार
सहायकः आमद गाध, सिकंदर गाध
कलाकारः
रेहान दाऊद भट्टी, आसिफ महमद गाध, फकीरममद गफूर मांजलिया, कलिक सलीस गाध, अहमद मांजलिया, आदम दादा भट्टी, जायरा फकीरममद चमडिया, सोहिल महमद गाध, सायदहुसैन अकबर गाध, अशरफ सुलतान गाध, वाहिद रेहमान अभूबकर मांजलिया, कौशर दाऊद माणिक, सुलेमान हनीफ गाध, उस्मानगनी महमद मांजलिया, जुबेर जूसब गाध